झुंझुनू बन सकता है मुर्गीपालन का हब :- प्रो. विष्णु शर्मा
राजस्थान पशुचिकित्सा और पशुविज्ञान विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा पशुपालक कौशल विकास प्रशिक्षण अभियान की तृतीय श्रृंखला में "कुक्कुट पालन एवं प्रबंधन " विषय पर पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत आज पशु विज्ञान केंद्र झुंझुनू द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति कर्नल (प्रो.) विष्णु शर्मा रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि झुंझुनू मुर्गी पालन के क्षेत्र में एक उभरता हुआ व्यवसाय के रूप में सामने आया है यदि हम इसे संगठित रूप से और वैज्ञानिक तरीके से करें तो वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान में अजमेर के बाद मुर्गी पालन और अंडा उत्पादन में झुंझुनू का नाम लिया जाएगा।प्रोफेसर राजेश कुमार धुरिया निदेशक प्रसार शिक्षा ने विश्वविद्यालय द्वारा पशु कल्याण में पशुपालकों के लिए चलाए जा रहे प्रसार शिक्षा कार्यक्रमों की जानकारी दी। कार्यक्रम के आयोजक सचिव, प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि कोविड परिस्थितियों को देखते हुए यह पांच दिवसीय ट्रेनिंग ऑनलाइन आयोजित की जा रही है। डॉ प्रमोद ने अतिथियों व पशुपालकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। आज के वक्ता डॉ नवीन परिहार, उपनिदेशक राज्य कुटकुट प्रशिक्षण संस्थान अजमेर ने मुर्गी पालन पर जैविक सुरक्षा का महत्व विषय पर प्रकाश डाला। शिक्षक सहायक डॉ सुखवीर सिंह और डॉ विपिन चन्द्र ने कार्यक्रम के संचालन में सहयोग किया। प्रशिक्षण में 90 से अधिक पशुपालक लाभान्वित हुए।
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