झुंझुनू(जाग्रत न्यूज )। 14 अप्रैल । काले कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा झुंझुनूं की ओर से जिला कलेक्टर झुंझुनूं के सामने दिया जा रहा धरना आज 126 वें दिन रामसिंह डांगी भारतीय किसान यूनियन टिकैत की अध्यक्षता में जारी रहा। धरना स्थल पर संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर अंबेडकर जयंती पर संविधान बचाओ, बहुजन किसान मजदूर एकता दिवस के रूप में मनाया गया। सर्वप्रथम डॉ अंबेडकर के चित्र पर अध्यक्ष श्री रामसिंह के नेतृत्व में माल्यार्पण कर पुष्पा जली अर्पित की गई। धर्मपाल एडवोकेट चिड़ावा ने संविधान की शपथ दिलाई गई। अम्बेडकर को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा आजादी के आंदोलन में हमारे शहीदों ने कुर्बानी देकर अंग्रेजों से देश की जनता को आजादी दिलाई थी। वह हमें सच्ची आजादी नहीं मिली थी। लेकिन भारतीय जनता को लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत संविधान के जरिए जनतांत्रिक अधिकार मिले थे। केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए किसानों ने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है। संविधान के तहत बनि लोकतांत्रिक संस्थाओं को ध्वस्थ की जा रही हैं। सभी सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कर के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है। जन विरोधी काले कानूनों को पूंजीपतियों के हितों के लिए थोपे जा रहे हैं। किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। धरने को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पितराम कालेर, महेंद्र सिंह डुडि, शेखावाटी किसान मंच के संयोजक पोकर सिंह झाझडिया, किसान सभा के गिरधारी लाल महला, बजरंग लाल बराला, शहीद भगतसिंह विचार मंच के संयोजक बजरंग लाल एडवोकेट, किसान मजदूर एकता मंच के फूलचंद बुडानिया, वंशीधर धर्मपाल एडवोकेट भीम आर्मी, दलित अत्याचार विरोधी संघर्ष समिति के संयोजक गिरधारी लाल कटारिया, धर्मपाल सिंह एडवोकेट चिड़ावा, मदन सिंह गिल एडवोकेट, रामचन्द्र यादव एडवोकेट, लीलधर एडवोकेट खेतड़ी, गणपत सिंह, शुभकरण महला,लियाकत अली, रामेश्वर बांस नानग, ने सम्बोधित किया। इसके अलावा कै मोहन लाल, सुरेश बहादुरवास, बचनसिंह मीणा, रामेश्वर शेखसरिया ओंकारमल कुलहरी, धर्मपाल डारा त्रिलोक सिंह, अनिल खिचड अशोक मांजू महिपाल बाबल बनवारी लाल जाट, रायसिंह तोगडा, दयानंद जानूं, शीशराम सिहाग, रामनिवास नूनिया, रणधीर सिंह झाझडिया, लेखराम कालेर, ओंकारमल कुलहरी, युनूस अली भाटी, के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। संचालन बजरंग लाल एडवोकेट ने किया।
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